पाक चुनाव आयोग साइबर हमले की चपेट में, ईसीपी ने जारी किया अलर्ट

समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ईसीपी ने अपने कर्मचारियों को ईमेल का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया, और उनसे कहा गया है कि वे प्राप्त ईमेल को न खोलें। अलर्ट में कहा गया है कि ईमेल खोलने से महत्वपूर्ण जानकारी लीक हो सकती है।

  • Written By:
  • Publish Date - July 8, 2023 / 12:03 PM IST

इस्लामाबाद  (आईएएनएस)। पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) (Pakistan Election Commission) ने शुक्रवार को संभावित साइबर सुरक्षा उल्लंघन पर चिंता जताई है। ईसीपी ने अपने कर्मचारियों को अज्ञात प्रेषकों (सेंडर्स) से ईमेल प्राप्त करना शुरू करने के बाद साइबर सुरक्षा अलर्ट जारी किया है।

समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ईसीपी ने अपने कर्मचारियों को ईमेल का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया, और उनसे कहा गया है कि वे प्राप्त ईमेल को न खोलें। अलर्ट में कहा गया है कि ईमेल खोलने से महत्वपूर्ण जानकारी लीक हो सकती है। चुनाव आयोग के अधिकारियों को गुमनाम ईमेल को नजरअंदाज करने का भी आदेश दिया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया कि आयोग द्वारा जारी एक बयान में सभी कर्मचारियों से तत्काल अत्यधिक सावधानी बरतने का आह्वान किया गया है। संदेश में स्पष्ट रूप से ईमेल को संभावित रैंसमवेयर खतरों के रूप में लेबल किया गया है, जिससे महत्वपूर्ण जानकारी लीक हो सकती हैं।

समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच चुनावी निगरानी संस्था ने राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और संबंधित हितधारकों से सतर्क रहने और अपने डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को संभावित साइबर हमलों से बचाने के लिए सावधानी बरतने की अपील की है। देश में जल्दी ही आम चुनाव होंगे, ऐसे में आयोग ने साइबर खतरों से निपटने और मतदाताओं का विश्वास बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया है।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 6 जुलाई को जारी एक पत्र में ईसीपी ने अपने कर्मचारियों को चेतावनी दी कि रैंसमवेयर हमला फिशिंग तरीकों के माध्यम से जानकारी चुराने की कोशिश कर रहा है। ईसीपी सूचना सुरक्षा विशेषज्ञ नावीद अहमद कंधीर द्वारा लिखे गए पत्र में एक ईसीपी अधिकारी को भेजे गए ईमेल का स्क्रीनग्रैब शामिल था, जिसमें प्राप्तकर्ता को “कैबिनेट” शीर्षक से संलग्न आरएआर फ़ाइल खोलने के लिए कहा गया था।

ईसीपी ने उक्त ईमेल का जिक्र करते हुए कहा कि कोई व्यक्ति ईसीपी के सभी अधिकारियों को ईमेल भेज रहा है। ईसीपी ने कहा कि यह एक रैंसमवेयर हमला था और जानकारी चुराने की कोशिश की जा रही थी। आयोग ने अपने कर्मचारियों से कहा कि वे ईमेल को न खोलें, इसे नजरअंदाज करें और ईमेल को स्पैम के रूप में रिपोर्ट करें।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, ईसीपी कर्मचारी को भेजे गए कथित फ़िशिंग ईमेल ने प्राप्तकर्ता को 5 जुलाई के एक पत्र के बारे में सूचित किया जो ईमेल से अटैच था।