नई दिल्ली, 15 मई 2025 : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shabaz Sharif) ने बुधवार को पंजाब प्रांत के सियालकोट स्थित एक आर्मी कैंप का दौरा कर पाकिस्तानी सैनिकों से मुलाकात की। यह दौरा जितना सेना का मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था, उतना ही यह पाकिस्तान के लिए राजनयिक और सैन्य असफलता का प्रतीक बन गया।
दरअसल, शरीफ का यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया आदमपुर एयरबेस दौरे की सीधी नकल प्रतीत हुआ, जिसे पाकिस्तान में और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी शर्मनाक और असफल प्रयास करार दिया जा रहा है।
भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत 10 मई को किए गए हवाई हमलों में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इसके बावजूद पाकिस्तान ने अपने नुकसान को छिपाने की कोशिश की और झूठे दावे किए कि उन्होंने भारतीय जेट विमानों को मार गिराया है और एक पायलट को पकड़ा है।
हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी की आदमपुर एयरबेस से जारी तस्वीरों और वीडियो ने इन सभी दावों को झुठला दिया।
जहां मोदी भारतीय वायुसेना की ताकत – एस-400 डिफेंस सिस्टम, मिग-29 और हरक्यूलिस विमान – के साथ दिखाई दिए, वहीं शहबाज शरीफ सुनसान मैदान में टैंक पर खड़े होकर सैनिकों को संबोधित करते दिखे।
पाक पीएमओ द्वारा साझा की गई तस्वीरों में कोई रनवे या हवाई पट्टी नहीं दिखी, जिससे यह साबित होता है कि उनके एयरबेस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं।
सोशल मीडिया पर शहबाज शरीफ की आलोचना जमकर हो रही है। यूजर्स उन्हें “नकलची पीएम” कहते हुए मोदी की शैली की असफल नकल बता रहे हैं। कई यूजर्स ने लिखा कि “वीर सैनिकों का सम्मान भारत की परंपरा है, पाकिस्तान केवल फोटोशूट करता है।”
भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के कम से कम छह एयरबेसों को नुकसान पहुंचाने की खबरें अमेरिका के प्रमुख अखबारों – द न्यूयॉर्क टाइम्स और द वाशिंगटन पोस्ट – में प्रकाशित हुईं। इससे भारत की सैन्य कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय मान्यता भी मिली।
प्रधानमंत्री मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था:
“जब हमारे सैनिक ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाते हैं, तो दुश्मन डर से कांप उठता है। बहादुर जवानों को सलाम करता हूं और दुश्मनों को यह कहता हूं कि ‘घर में घुस के मारेंगे।’”
इस भाषण ने पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत दे दिया कि भारत अब कड़ी नीति और सटीक प्रहार की राह पर है।