शर्तों के साथ ‘समर्थन’ : युद्ध विराम समझौते पर पुतिन ने क्या कहा ?

पुतिन ने क्रेमलिन में मीडिया कहा, "हम शत्रुता समाप्त करने के प्रस्तावों से सहमत हैं। यह विचार अपने आप में सही है, और हम निश्चित रूप से इसका समर्थन करते हैं।"

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  • Publish Date - March 14, 2025 / 01:56 PM IST

मॉस्को, 14 मार्च, (आईएएनएस)। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने युद्ध विराम के अमेरिका के प्रस्ताव का ‘सैद्धांतिक रूप’ से समर्थन लेकिन साथ ही कुछ स्पष्टीकरण मांगे और कुछ शर्तें भी रख दी। इससे रूस-यूक्रेन युद्ध के जल्द खत्म होने की उम्मीदों पर सवाल खड़े हो गए हैं।

फरवरी 2022 में रूसी सेना ने यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने का आक्रमण किया था। रूस ने अपने 2022 के आक्रमण को यूक्रेन को “नाज़ीवाद से मुक्त” करने और नाटो के विस्तार को रोकने के लिए डिजाइन किया गया एक ‘विशेष सैन्य अभियान’ कहा।

वाशिंगटन के युद्ध विराम समझौते पर पुतिन ने कहा कि कई महत्वपूर्ण मुद्दों को सुलझाए जाने की जरुरत है और किसी भी समझौते को संघर्ष के मूल कारणों को संबोधित करना चाहिए।

पुतिन ने क्रेमलिन में मीडिया कहा, “हम शत्रुता समाप्त करने के प्रस्तावों से सहमत हैं। यह विचार अपने आप में सही है, और हम निश्चित रूप से इसका समर्थन करते हैं।”

रूसी राष्ट्रपति ने कहा, “लेकिन हम मानते हैं कि विराम ऐसा होना चाहिए जिससे दीर्घकालिक शांति हो और इस संकट के मूल कारणों को समाप्त किया जा सके।”

पुतिन ने कहा कि कई मुद्दों को स्पष्ट करने की जरुरत। उन्होंने युद्ध को समाप्त करने के लिए ट्रंप को धन्यवाद दिया।

मंगलवार को सऊदी अरब के जेद्दा में यूक्रेनी और अमेरिकी अधिकारियों के साथ आठ घंटे से अधिक समय तक चली बातचीत के बाद कीव ने युद्ध विराम प्रस्ताव को स्वीकारने की घोषणा की थी।

इस बीच रूस ने गुरुवार को दावा किया कि उसकी सेना ने कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन के कब्जे में आए सबसे बड़े शहर सुदजा को फिर से अपने नियंत्रण में ले लिया है। मॉस्को का यह दावा यूक्रेन के लिए बड़ा झटका है जो युद्धविराम वार्ताओं में इस शहर का इस्तेमाल ‘मोलभाव चिप’ के रूप में करना चाहता था।

रूसी सरकारी समाचार एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार, यह घोषणा गुरुवार को अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के मॉस्को पहुंचने के बाद हुई।

पिछले साल अगस्त में हजारों यूक्रेनी सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र के लगभग 1,300 वर्ग (500 वर्ग मील) किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। इस बारे में कीव का कहना था यह भविष्य की वार्ताओं में मोलभाव करने और रूस को पूर्वी यूक्रेन से हटने के लिए मजबूर करने का प्रयास था। हालांकि हाल के दिनों में रूसी सेना को इस इलाके में अहम कामयाबी हासिल हुई है।

रूसी सेना के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में तेज बढ़त की वजह से यूक्रेन के पास कुर्स्क में 200 वर्ग किमी (77 वर्ग मील) से भी कम क्षेत्र बचा है।