नई दिल्ली, (आईएएनएस)। युवा पीढ़ी (young generation) के सोचने के तरीके में आये पीढ़ीगत अंतर के कारण देश में लग्जरी सामानों की खपत बढ़ रही है, और सुपर-लग्जरी कारें इसका अपवाद नहीं हैं। उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, लेम्बोर्गिनी, फेरारी, मैकलारेन और एस्टन मार्टिन जैसे ब्रांडों की लग्जरी कारों की घरेलू बाजार में मजबूत मांग देखी जा रही है।
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल भारतीय बाजार में 1,200-1,300 लग्जरी कारें बिकने की संभावना है। पिछले साल टॉप-एंड कार सेगमेंट में बिक्री दोगुनी से अधिक होकर 1,000 इकाई पर पहुंच गई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटली स्थित उसके मुख्यालय से भारतीय बाजार के लिए आवंटित लेम्बोर्गिनी की सभी कारें बिक चुकी हैं। हुराकैन, उरुस और रेवुएल्टो जैसी इसकी कारों की कीमत पांच करोड़ से 10 करोड़ रुपये के बीच है।
फेरारी, मैकलारेन और एस्टन मार्टिन जैसे अन्य लग्जरी ब्रांडों की बिक्री में भी मजबूत वृद्धि देखी गई है। मर्सिडीज-बेंज और ऑडी के लग्जरी मॉडल पर अब एक साल का वेटिंग टाइम है। इन कारों की कीमत 2.5 करोड़ से 4.5 करोड़ रुपये तक है।
एस्टन मार्टिन ने हाल ही में भारत में 3.99 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) की नई स्पोर्ट्स कार ‘वेंटेज’ लॉन्च की है। कंपनी के अनुसार, इसका ढांचा काफी मस्क्यूलर है और इसकी ओर अनायस सबका ध्यान खिंच जाता है। इसका डिजाइन एस्टन मार्टिन की प्रसिद्ध वन-77 सुपरकार से प्रेरित है।
बीएमडब्लू ग्रुप इंडिया ने जनवरी-जून की अवधि में मजबूत प्रदर्शन किया। स्पोर्ट्स एक्टिविटी वाहनों, लग्जरी क्लास और इलेक्ट्रिक कारों की उच्च मांग से भारतीय बाजार में कंपनी की बिक्री 21 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी।
बीएमडब्लू लग्जरी क्लास कारों की बिक्री 17 प्रतिशत से अधिक बढ़ी और कुल बिक्री में इनका योगदान 18 प्रतिशत रहा। बीएमडब्ल्यू एक्स7 सबसे अधिक बिकने वाला लग्जरी क्लास मॉडल था।
बीएमडब्लू ग्रुप इंडिया के अध्यक्ष विक्रम पावाह ने कहा, “हमारे वाहनों की मजबूत मांग, हमारी विशेष गतिशीलता में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त के साथ-साथ ड्राइविंग का बेजोड़ आनंद और अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ नवाचारों से प्रेरित है।
जर्मन लग्जरी कार निर्माता ऑडी ने हाल ही में भारत में अपने बोल्ड एडिशन के तहत दो नई कारें – क्यू3 और क्यू3 स्पोर्टबैक लॉन्च की हैं।
नाइट फ्रैंक की नवीनतम संपत्ति रिपोर्ट के अनुसार, भारत में तीन करोड़ डॉलर से ज्यादा संपत्ति वाले बेहद धनाढ्य लोगों की संख्या में बढ़ने की संभावना है। वर्ष 2023 में इनकी संख्या 13,263 थी जिसके 2028 तक 19,908 हो जाने की उम्मीद है।