छत्तीसगढ़। (Reservation) आरक्षण बिल के विधानसभा में सर्वसम्मति से पास होने के बाद राज्यपाल द्वारा रोकने जाने से अब भूपेश (Bhupesh) सरकार आरपार करने के मूड में आ गई है। राज्यपाल के पूछे गए 10 सवालों के जवाब भी सरकार ने भेजवा दिए हैं। इसके बाद भी राज्यपाल के जिद पर अड़े रहने से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी एक्शन में आ गए हैं। ऐसे में अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस 3 जनवरी को महारैली निकालने जा रही है।
सोमवार को राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस की नई प्रभारी कुमारी शैलजा की बैठक हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री मीडिया से बातचीत की। जहां उन्होंने राजभवन के अफसरों, विधिक सलाहकारों के प्रति साफ शब्दों में नाराजगी जाहिर की।
तल्ख अंदाज में मीडिया से बात करते हुए पूछा कि राजभवन के विधिक सलाहकर विधानसभा से भी बड़े हो गए हैं क्या। मुख्यमंत्री ने कहा- ये वैधानिक संस्थाओं को नीचा दिखाने की कोशिश हो रही है। राहुल जी भी कहते हैं कि संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का काम हो रहा है। हमारे सभी अधिकारी इस बात के विरोध में थे कि फिर से जवाब देना है। ऐसी कोई संवैधानिक व्यवस्था ही नहीं है।
क्या विधिक सलाहकार, विधान सभा से बड़ा है? pic.twitter.com/q6Y2AiF8B4
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 26, 2022
पौने 3 करोड़ जनता को लाभ मिले इसलिए जवाब भेजा गया, 3 जनवरी को होगी महारैली
भूपेश ने आगे कहा- फिर भी मैंने राज्यपाल की जिद को ध्यान में रखकर प्रदेश की पौने तीन करोड़ जनता को आरक्षण का लाभ मिले ये सोचकर जवाब भेजे। राज्यपाल का इगो भी सैटिसफाई हो जाएगा। मगर अब राज्यपाल की ओर से कहा गया है कि परीक्षण करेंगे, कौन करेगा परीक्षण जो विधानसभा से बड़ा हो गया। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट है परिक्षण के लिए, ये काम विधिक सलाहकार करेंगे ये तो दुर्भाग्य जनक है। इसलिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सभी नेताओं ने फैसला किया है कि ३ जनवरी को बड़ी रैली निकाली जाएगी।
कांग्रेस की बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा- भारतीय जनता पार्टी हमेशा नफरत फैलाने का काम करती है। प्रदेश की राज्यपाल भी भाजपा के जाल में फंसी है। ये पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस का विरोध राज्यपाल के खिलाफ होगा, लखमा ने कहा कि नहीं ये प्रदर्शन भाजपा और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ होगा। आरक्षण की जो परिस्थिति प्रदेश में बनी है उसकी जिम्मेदार भाजपा ही है। इसलिए ३ तारीख को बड़ा आंदोलन होगा। हम दिल्ली जाकर भी आंदोलन करेंगे।