रायपुर: बलौदाबाजार में हुई हिंसा के बाद सियासत में तेजी आ गई है। शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत के साथ कवासी लखमा भी रवाना हुए।
रायपुर से निकलने के पूर्व कवासी लखमा ने कहा कि, साय सरकार ने बृजमोहन अग्रवाल को कहीं का नहीं छोडा है और उन्हें बिल्ली बना दिया है। लखमा ने कहा, “बृजमोहन अग्रवाल को साय सरकार कहीं का नहीं छोडने वाली।” बीते दिनों रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, मैं अभी 6 महीने मंत्री रह सकता हूं।
इस बयान पर कवासी लखमा ने कहा कि, भाजपा के अंदर आंदोलन हो रहा है। जिसमें बृजमोहन अग्रवाल कहीं के नहीं रह गए, ना घर के हुए और ना घाट के हुए।
उन्होंने अपने आपको छत्तीसगढ़ का डॉन समझा था, लेकिन विष्णुदेव साय की सरकार ने उन्हें बिल्ली बना दिया है। उन्हें कहीं का नहीं छोड़ने वाले हैं।
बीजेपी द्वारा बृजमोहन अग्रवाल को केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया जाना, इसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी उन पर हमलावर है। पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने भी बृजमोहन अग्रवाल की ओर से तंज कसते हुए कहा था कि उन्हें अपना भविष्य खुद ही तय करना चाहिए।