पटना: बिहार (Bihar) के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को उस समय ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा जब वे सड़क हादसे में मारे गए 9 लोगों के परिवारों से मिलने जोगीपुर मलावन गांव पहुंचे। लोग इतने नाराज़ थे कि मंत्री का करीब 1 किलोमीटर तक पीछा किया और हमला करने की कोशिश की।
बुधवार सुबह मंत्री श्रवण कुमार और एक स्थानीय विधायक गांव पहुंचे थे।
कुछ ही देर में सैकड़ों ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया।
लोगों ने आरोप लगाया कि मंत्री और सरकार ने न तो समय पर संवेदना जताई, न ही अब तक कोई मुआवजा दिया गया।
गुस्से में आए ग्रामीणों ने हमला करने की कोशिश की, हालांकि मंत्री और विधायक बचकर निकल गए।
हमले में मंत्री के एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया, जिसे हिलसा के सब-डिविजनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जब मंत्री और विधायक अपनी गाड़ियों में बैठकर रवाना हुए, तो ग्रामीणों ने तीन गाड़ियों का करीब 1 किलोमीटर तक पीछा किया।
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने भीड़ को हटाया और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
JDU प्रवक्ता धनंजय देव ने कहा कि लोग मंत्री के काम करने के तरीके से नाराज़ हैं।
प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा:
“नीतीश कुमार की सरकार ने पहले छात्रों, आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं, सरपंचों को पटना में पीटा। अब जनता की बारी है। जब वोट मांगने जाएंगे, तो जनता खदेड़ देगी।”