रायपुर। आज मुख्यमंत्री निवास पर सीएम विष्णुदेव साय (CM Vishnudev Sai) के जनदर्शन का शुभारंभ (Public Darshan begins) हुआ। इसकी सूचना पाकर प्रदेश के कई जिलों से हजारों लोगों की भीड़ जुट गई थी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बड़ी गंभीरता के साथ सहज भाव लिए लोगों के अभिनंदन करते नजर आए। इसके अलावा वे हर किसी के समस्या के तत्वरित निराकरण करने में पूरी शिद्दत के साथ अधिकारियों को हिदायत देकर अदेश दिए, आवेदनों के निराकरण में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। आइए कुछ ऐसी मुरादें जिन्हें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तत्काल पूरी कर लोगों के जीवन में खुशियां बिखेरीं।
गुढ़ियारी से बबीता पांडे और उनके पिता आवेदन लेकर आए। उन्होंने बताया कि 7 साल पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए आदेश किया गया था। इसके बावजूद भी अब तक नियुक्ति नहीं हो पाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकरण की जांच उच्च शिक्षा विभाग से कराएंगे और नियमानुसार इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
बबीता पांडे के साथ उनके पिता भी आए थे। पिता ने कहा कि मेरी बिटिया जूलॉजी विषय से पीएससी परीक्षा में शामिल हुई थी। 7 साल पहले रिजल्ट आया और बिटिया पास हुई। हमें बहुत उम्मीद थी कि शीघ्र ही नियुक्ति मिल जाएगी। हमने इसका इंतजार किया लेकिन नियुक्ति नहीं मिल पाई। हम लोग कोर्ट में भी गए। कोर्ट ने हमें राहत मिली लेकिन हमारे प्रकरण पर कार्रवाई नहीं हो सकी। मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि आश्वस्त रहें। प्रकरण पर नियमानुसार शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
जनपद पंचायत धरसीवा से सेवानिवृत्ति कर्मचारी अब्दुल जमील जनदर्शन पहुंचे। उन्होंने बताया कि 2 साल से उनका पेंशन प्रकरण लंबित है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशन प्रकरणों का जल्द से जल्द निराकरण होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने श्री जमील को आश्वस्त किया कि उनकी पेंशन की दिक्कत अब दूर हो जाएगी।
जनदर्शन में एक युवक ने नवनिर्मित तक्षशिला परिसर में एडमिशन दिलाने मुख्यमंत्री से आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में एडमिशन दिलाने के निर्देश कलेक्टर रायपुर को दिए। जनदर्शन में कैंसर पीड़ित एक मरीज मोना सोनी आई। उन्होंने बताया कि बाल्कों में उनका इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उनके प्रकरण के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री जनदर्शन में आज चरोदा से आई अंकिता मौर्य मुख्यमंत्री के पास आवेदन लेकर पहुंची। उन्होंने बताया कि वे आर्चरी की खिलाड़ी हैं। वे खेलो इंडिया खेलों में ब्रांज मेडल जीत चुकी हैं। उनका सपना ओलंपिक खेलने का है उनका किट काफी पुराना हो गया है यदि नया किट उपलब्ध करा दिया जाए तो उनका सपना पूरा हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खेलों की प्रतिभा को आगे बढ़ावा देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। आपके प्रकरण को खेल विभाग को निर्देशित किया जा रहा है। आपका सपना पूरा हो इसके लिए आपको हर संभव सहायता दी जाएगी। अंकिता ने बताया कि मुख्यमंत्री से मिलकर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने ध्यान से मेरी बात सुनी और सपना पूरा करने के लिए मुझे प्रोत्साहित किया। दो दिन पहले ही मुझे मुख्यमंत्री जनदर्शन की जानकारी मिली थी। मैंने देखा था कि मुख्यमंत्री ने नारायणपुर में मलखंभ के खिलाड़ियों को बहुत प्रेरित किया था। मुझे लगता था कि मैं अपने सपने को लेकर मुख्यमंत्री के पास जाऊंगी तो इसे जरूर पूरा करेंगे आज मुझे बहुत संतोष महसूस हो रहा है।
आज शुरू हुए जनदर्शन कार्यक्रम में किसान ओम प्रकाश ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बताया कि उसके सहकारी बैंक के खाते से फर्जी तरीके से न सिर्फ राशि निकाली गई है, बल्कि उनके नाम से फर्जी तरीके से केसीसी लोन भी निकाला गया है। मुख्यमंत्री ने किसान ओम प्रकाश की इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बिलासपुर के कलेक्टर को तत्काल मामले की जांच कराने तथा दोषी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के साथ ही किसान को राशि वापस कराने के भी निर्देश दिए।
जिला बिलासपुर, थाना सीपत के ग्राम नवागढ़ के किसान ओमप्रकाश ने बताया कि उसके सहकारी बैंक खाते से रमेश साहू, जो कि सेवा सहकारी समिति सीपत में कम्प्यूटर ऑपरेटर है, उसने फर्जी हस्ताक्षर कर तीन बार में कुल 27 हजार रूपए निकाल लिए हैं। विड्रॉल पर्ची निकालने पर पता चला कि रमेश साहू ने उसके नाम का फर्जी हस्ताक्षर कर रकम निकाली है। रमेश साहू ने उसकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसला कर उससे बैंक पासबुक ले लिया और फर्जी तरीके से राशि आहरित की। किसान ओम प्रकाश ने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि उसके नाम पर किसी ने फर्जी तरीके से वर्ष 2019 में 16 हजार रूपए का लोन भी निकाला है।
धरमजयगढ़ ब्लॉक से आए विजेंद्र राठिया का बेटा हेमराज बचपन से ही बहु विकलांगता ग्रस्त है। वे आज अपने बेटे को लेकर मुख्यमंत्री जनदर्शन में आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे की पढ़ाई और इलाज दोनों की व्यवस्था माना स्थित दिव्यांग विशेष गृह में हो सकती है। इसके लिए बच्चे को तुरंत माना भेज दें। पिता ने इलाज के लिए सहमति जताई और मौके से ही बच्चे को माना स्थित केंद्र में भर्ती के लिए भेज दिया गया। विजेंद्र ने बताया कि बच्चे की समस्या आज हल हो गई है। अब यहां पर इसका इलाज भी हो सकेगा और उसकी पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था भी हो पाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देश के तुरंत पश्चात स्वास्थ्य विभाग के अमले ने हेमराज को माना में भर्ती करा दिया।
बलराम और रोहित को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के हाथों आईस बॉक्स युक्त ट्रायसाइकिल की सौगात मिली। दिव्यांग बलराम और रोहित आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय रायपुर में आयोजित मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्होंने आईस बॉक्स युक्त ट्रायसाइकिल दिलाए जाने का आग्रह किया, ताकि इसका उपयोग फेरी वाले रोजगार व्यवसाय में कर सके अपना जीवकोपार्जन कर सके। दिव्यांग बलराम बेेमेतरा जिले के परसबोड़ और रोहित कुमार भोथीडीह के रहने वाले है। मुख्यमंत्री ने दोनों दिव्यांग युवाओं की रोजगार व्यवसाय करने की ललक की सराहना की और उन्हें आईस बॉक्स युक्त ट्रायसाइकिल प्रदान करने के साथ ही उन्हें शुभकामनाएं दी।
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