नई दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Putin) गुरुवार शाम भारत की 27 घंटे की अहम यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। यह दौरा भारत-रूस के दशकों पुराने रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करने वाला माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का एयरपोर्ट पर खुद स्वागत किया।
Delighted to welcome my friend, President Putin to India. Looking forward to our interactions later this evening and tomorrow. India-Russia friendship is a time tested one that has greatly benefitted our people.@KremlinRussia_E pic.twitter.com/L7IORzRfV9
— Narendra Modi (@narendramodi) December 4, 2025
यह हैं इस पूरी घटना की 10 बड़ी बातें:
पीएम मोदी आज रात पुतिन के लिए निजी डिनर होस्ट कर रहे हैं। यह उसी मेहमाननवाज़ी का प्रत्युत्तर है, जो पुतिन ने पिछले साल जुलाई में मॉस्को यात्रा के दौरान पीएम मोदी को दी थी।
शिखर बैठक शुक्रवार को होगी। इससे पहले राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत होगा और इसके बाद हैदराबाद हाउस में कार्यकारी लंच रखा गया है।
पुतिन शुक्रवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे।
रूसी राष्ट्रपति भारत में रूसी राज्य प्रसारक के नए चैनल का उद्घाटन भी करेंगे, जिसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उनके सम्मान में भोज देंगी। वे शुक्रवार रात करीब 9 बजे दिल्ली से रवाना होंगे।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, पुतिन एक बड़े बिजनेस डेलीगेशन के साथ भारत आए हैं। भारत का लक्ष्य रूस के साथ व्यापार घाटा कम करना है।
दोनों देशों की बैठक में रक्षा, ऊर्जा और व्यापार मुख्य मुद्दे होंगे। शिपिंग, हेल्थकेयर, फर्टिलाइज़र और कनेक्टिविटी से जुड़े कई समझौते और MoUs होने की उम्मीद है।
शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने मुलाकात की, जिसमें S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की अतिरिक्त खेप और यूक्रेन युद्ध के कारण लंबित सैन्य सप्लाई पर चर्चा हुई।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने संकेत दिया है कि रूस भारत को Su-57 फिफ्थ-जनरेशन फाइटर जेट की पेशकश उठा सकता है, जिससे रूस सीधे पश्चिमी लड़ाकू विमान विकल्पों से मुकाबले में आ जाएगा।
पुतिन का दौरा ऐसे समय हो रहा है जब भारत-अमेरिका संबंध दो दशक में “सबसे तनावपूर्ण दौर” से गुजर रहे हैं। हाल ही में अमेरिका ने भारतीय सामानों पर 50% शुल्क और रूसी तेल खरीद से जुड़े उत्पादों पर 25% अतिरिक्त लेवी लगा दी है।
दिल्ली पुलिस ने पुतिन की यात्रा के लिए केंद्रीय और नई दिल्ली जिलों में 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है। SWAT टीमें, एंटी-टेरर यूनिट, स्नाइपर्स, QRT, एंटी-ड्रोन सिस्टम, HD CCTV और तकनीकी निगरानी से सुरक्षा व्यवस्था को कई स्तरों पर मजबूत किया गया है।