नई दिल्ली, 3 सितंबर 2025: रूस जल्द ही भारत को अतिरिक्त S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी शुरू कर सकता है। सूत्रों के अनुसार, 2018 में किए गए पांच यूनिट के सौदे में से शेष दो यूनिट की आपूर्ति क्रमशः 2026 और 2027 में की जाएगी। इससे पहले भारत को तीन S-400 यूनिट 2021 से 2023 के बीच मिल चुकी हैं, जिन्हें पंजाब के आदमपुर, पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं पर तैनात किया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की रूस यात्रा और हाल ही में संपन्न भारत-रूस द्विपक्षीय वार्ता के दौरान इस डिलेवरी में हुई देरी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था।
रूसी रक्षा निर्यात एजेंसी एफएसएमटीसी (Federal Service for Military-Technical Cooperation) के प्रमुख दिमित्री शुगायेव ने रूसी समाचार एजेंसी TASS को बताया,
“भारत के पास पहले से हमारा S-400 सिस्टम है। इस क्षेत्र में सहयोग को और आगे बढ़ाया जा सकता है, जिसका मतलब है नई डिलीवरी की तैयारी। फिलहाल हम बातचीत के चरण में हैं।”
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह के अनुसार, मई में पाकिस्तान के खिलाफ हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान S-400 एक “गेमचेंजर” साबित हुआ। पाकिस्तान की ओर से किए गए कई प्रोजेक्टाइल हमलों को यह सिस्टम सफलतापूर्वक रोकने में सक्षम रहा।
S-400 सिस्टम की क्षमताओं में शामिल हैं:
600 किलोमीटर तक दुश्मन की गतिविधियों को ट्रैक करना
100 से अधिक लक्ष्यों पर एकसाथ नजर रखना
400 किलोमीटर तक मिसाइलों से हमला करना
बॉम्बर्स, फाइटर जेट्स, ड्रोन, अर्ली वार्निंग एयरक्राफ्ट और बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करना
सूत्रों की मानें तो भारत सरकार अतिरिक्त S-400 सिस्टम खरीदने की भी योजना बना रही है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण में उल्लेखित ‘सुदर्शन चक्र’ मल्टीलेयर सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा हो सकता है। यह प्रणाली इज़रायल के आयरन डोम की तर्ज़ पर विकसित की जा रही है, जिसमें साइबर सुरक्षा, उन्नत निगरानी और एंटी-एरियल डिफेंस की परतें शामिल होंगी।
S-400 डील भारत और रूस के बीच रणनीतिक रक्षा सहयोग का अहम स्तंभ मानी जाती है। यह संबंध हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की चीन में हुई बैठक के दौरान और भी मजबूत दिखा, जहां दोनों नेताओं ने आपसी भरोसे और सहयोग का प्रदर्शन किया।
रूस ने अमेरिका के दबाव के बावजूद तेल खरीद जारी रखने के भारत के फैसले की सराहना भी की, जिससे दोनों देशों के बीच आपसी समझ और गहरी होती दिख रही है।