क्या किराना हिल्स में छिपे हैं पाकिस्तान के परमाणु हथियार? ऑपरेशन सिंदूर के बाद उठा बड़ा सवाल, एयरफोर्स ने तोड़ी चुप्पी
By : ira saxena, Last Updated : May 13, 2025 | 1:20 pm

नई दिल्ली: भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान (Pakistan) के अंदर कई आतंकी ठिकानों और सैन्य अड्डों पर हमला किया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक सवाल तेजी से वायरल हुआ — क्या भारत ने पाकिस्तान के किराना हिल्स पर हमला किया, जहां कथित तौर पर परमाणु हथियार छिपाए गए हैं? यह चर्चा इतनी तेज़ हो गई कि भारतीय वायुसेना को इसका जवाब देना पड़ा।
जब एयर ऑपरेशंस के डॉयरेक्टर जनरल एयर मार्शल एके भारती से किराना हिल्स पर हमले को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने पहले हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा, “हमें यह बताने के लिए शुक्रिया कि किराना हिल्स में कुछ परमाणु इंस्टॉलेशंस हैं, हमें इसके बारे में नहीं पता था।” इसके बाद उन्होंने संजीदगी से जवाब देते हुए साफ कहा, “हमने किराना हिल्स पर कोई हमला नहीं किया है। जो कुछ भी वहां है, उसकी जानकारी मैंने कल अपनी ब्रीफिंग में नहीं दी थी।”
तो आखिर यह सवाल सोशल मीडिया पर उठा क्यों? इसकी जड़ है 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। इसके बाद भारत ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पीओके के अंदर 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। भारत ने साफ किया कि उसके निशाने पर केवल आतंकवादी थे, आम नागरिक या पाकिस्तानी सेना को नुकसान पहुंचाना उसका उद्देश्य नहीं था। लेकिन पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय इलाकों पर मोर्टार, ड्रोन और मिसाइल से हमले किए।
इसके जवाब में भारत ने 11 पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमले किए, जिनमें से एक था रावलपिंडी के पास स्थित नूर खान मिलिट्री बेस, जो पाकिस्तान की स्ट्रैटेजिक प्लान्स डिवीजन — यानी न्यूक्लियर कमांड से जुड़ा केंद्र माना जाता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में भी इस हमले का ज़िक्र हुआ, जिसमें एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी के हवाले से बताया गया कि पाकिस्तान को डर था कि भारत उसके न्यूक्लियर कमांड को खत्म कर सकता है।
अब आती है बात किराना हिल्स की — यह जगह पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस से 20 किमी और खुशाब न्यूक्लियर प्लांट से 75 किमी दूर स्थित है। यह इलाका रणनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील माना जाता है। वर्ल्ड न्यूक्लियर एसोसिएशन की फरवरी 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, खुशाब में पाकिस्तान के पास चार भारी जल रिएक्टर हैं, जो हथियार-ग्रेड प्लूटोनियम बनाने में सक्षम हैं।
माना जाता है कि किराना हिल्स में पाकिस्तान ने कई लेयर वाली सुरक्षा प्रणाली के भीतर अपने न्यूक्लियर वॉरहेड्स छिपा रखे हैं। हालांकि पाकिस्तान ने कभी सार्वजनिक रूप से इस बात को स्वीकार नहीं किया है। कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि पाकिस्तान खुद इस तरह की अफवाहें फैलाकर दुनिया को गुमराह करना चाहता है, ताकि उसके वास्तविक न्यूक्लियर स्टोरेज की जानकारी किसी को न मिल सके।
फिलहाल, भारतीय वायुसेना ने किराना हिल्स पर किसी हमले से इनकार किया है और कहा है कि उन्हें वहां की वास्तविक स्थिति की कोई जानकारी नहीं है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद से यह स्पष्ट है कि भारत अब पाकिस्तान के भीतर घुसकर जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहा है — और यही बात पाकिस्तान को सबसे ज़्यादा डराती है।
ऐसे में किराना हिल्स को लेकर उठा सवाल भले ही अभी तक अटकलों तक ही सीमित है, लेकिन इसने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम और उसकी रणनीतिक तैयारियों को एक बार फिर वैश्विक चर्चा में ला खड़ा किया है।