सीरिया की 90 फीसदी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों को हमने तबाह कर दिया : इजरायल

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बयान में आईडीएफ ने बताया कि वह सीरिया की स्थिति का मूल्यांकन कर रहा था, खासकर बशर अल-असद के सत्ता से हटने की संभावना को ध्यान में रखते हुए।

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  • Publish Date - December 13, 2024 / 10:42 AM IST

इजरायल, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) (Israel Defence Forces) का दावा है कि उसने सीरिया की हवाई सुरक्षा को बहुत नुकसान पहुंचाया है और उसकी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों का 90 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा नष्ट कर दिया है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बयान में आईडीएफ ने बताया कि वह सीरिया की स्थिति का मूल्यांकन कर रहा था, खासकर बशर अल-असद के सत्ता से हटने की संभावना को ध्यान में रखते हुए।

बयान में कहा गया है, “ऐसी स्थिति के लिए तैयार होने के लिए वायु सेना ने सीरिया की सैन्य ताकतों को नष्ट करने के लिए एक बड़े हमले की योजना बनाई है।”

पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों इजरायली लड़ाकू जेट और विमान ने मिलकर हमले शुरू किए हैं, जिनसे सीरिया के सबसे महत्वपूर्ण हथियारों, जैसे लड़ाकू जेट, हेलीकॉप्टर, मिसाइल, ड्रोन, रडार और रॉकेट को बड़ा नुकसान हुआ है।

हमलों में कई सीरियाई हवाई अड्डों को भी निशाना बनाया गया। उत्तरी दमिश्क के पास टी4 हवाई अड्डा को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे वहां तैनात एसयू-22 और एसयू-24 लड़ाकू विमान पूरी तरह नष्ट हो गए। “ब्ले” हवाई अड्डा, जहां तीन और लड़ाकू स्क्वाड्रन थे और पास में स्थित हथियारों के गोदाम भी इजरायली हमलों में प्रभावित हुए।

आईडीएफ ने एक्स पोस्ट में कहा, “48 घंटों के भीतर आईडीएफ ने सीरिया में अधिकांश रणनीतिक हथियारों के भंडार पर हमला किया, ताकि ये आतंकवादी समूहों के हाथों में न पड़ें।”

इसके अलावा, सीरिया के होम्स क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण विनिर्माण और भंडारण केंद्र को निशाना बनाया गया, जिसे सीरिया के स्कड मिसाइल कार्यक्रम का अहम हिस्सा माना जाता था।

आईडीएफ के बयान में बताया गया कि इन अभियानों का उद्देश्य क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच सीरिया की उन्नत सैन्य ताकतों को कमजोर करना है।