नई दिल्ली, 7 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha) के नतीजों के बाद सरकार बनाने की कवायद तेज हो चुकी है। इसी कड़ी में देश की राजधानी दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। दिल्ली में एनडीए सांसदों की बैठक हो रही है। लेकिन इससे पहले जदयू सांसदों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दिल्ली में एक अहम बैठक की। इस बैठक में जेडीयू के तमाम सांसद शामिल हुए।
नीतीश कुमार की अगुवाई में जदयू सांसदों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को पूर्ण समर्थन देने की बात दोहराई गई। इस बैठक में पूर्व सांसद आनंद मोहन, सांसद ललन सिंह समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
बैठक से पहले जदयू के सांसदों ने रेल मंत्रालय देने की मांग दोहराई तो वहीं कुछ सांसदों ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की। हालांकि, जदयू सांसद और नीतीश कुमार के करीबी सांसद ललन सिंह पहले ही कह चुके हैं कि कैबिनेट का विषय प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है।
इस दौरान जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव, दिनेश्वर कामद और लवली आनंद से आईएएनएस ने बातचीत की।
जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि हमारे सभी सांसद दिल्ली पहुंच चुके हैं, उनकी उपस्थिति देखी गई, सूची बनाई गई। सभी सांसद अब सेंट्रल हॉल में हैं। जदयू की ओर से चार मंत्रालय मांगे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।
जदयू सांसद दिलेश्वर कामद ने कहा कि संसदीय दल की बैठक थी, नरेंद्र मोदी हमारे संसदीय दल के नेता होंगे और हम लोग एनडीए के समर्थन में हैं और रहेंगे। जदयू की ओर से कोई मांग नहीं है।
जदयू सांसद लवली आनंद ने कहा कि हमलोग यहां बैठक में शामिल होने आए हैं। जदयू की ओर से रेल मंत्रालय की मांग किए जाने पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल मिलना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा भी मिलना चाहिए।