लखनऊ, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश चुनाव में सीटों को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच चल रहा द्वंद और गहराता जा रहा है। अब ऐसा अंदेशा है कि सपा अकेले दम पर चुनावी मैदान में उतर सकती है।
सपा द्वारा 31 अक्टूबर को बुलाई गई राज्य कार्यकारिणी की बैठक को इस बात पर बल मिलता दिखाई दे रहा है।
राजनीतिक जानकर कहते हैं कि इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस का दावा है कि वह सभी 80 सीटों पर तैयारी कर रही है, वहीं समाजवादी पार्टी ने अपनी लोकजागरण यात्रा व प्रशिक्षण शिविर भी सभी लोकसभा (Lok Sabha) क्षेत्रों में करने का निर्णय लिया है।
सपा ने 31 अक्टूबर को अपनी राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर एक संदेश देने की कोशिश की है। उसकी तैयारी सभी सीटों में लड़ने की हो सकती है।
सपा के प्रवक्ता सुनील साजन कहते हैं कि सपा अपनी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। बूथ से लेकर सेक्टर सभी को मजबूत किया जा रहा है। अभी 31 को होने वाली राज्यकार्य कारिणी में लोकसभा के साथ अन्य राज्यों में हो रहे चुनाव के लिए कार्यकर्ता भी लगाने की बात होगी।
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक अमोदकान्त मिश्रा कहते हैं कि कांग्रेस व सपा के रिश्ते में लगातार तल्खी बढ़ती जा रही है। इसे लेकर सपा के नेतृत्व में नाराजगी है। पांच राज्यों में सीट न मिलने के बाद सपा के साथ हुई रार कम नहीं हो पा रही है। दोनों दलों में अविश्वास बढ़ रहा है। तो कहीं पोस्टर वार कहीं मुस्लिम प्यार यह लड़ाई को और बढ़ा रहे हैं। सपा निश्चित तौर से अपनी अलग तैयारी कर रही होगी। अगर बात नहीं बनती तो हो सकता वो अकेले भी मैदान में उतर जाए।