कोलकाता, 27 जनवरी (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल (West Bengal) में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (ED) के अधिकारियों को ऐसे सुराग मिले हैं, जिनसे संकेत मिलता है कि घोटाले की आय का एक हिस्सा तृणमूल कांग्रेस (Trimol Congress) के युवा नेता की एक फिल्म निर्माण इकाई में निवेश किया गया था। कुंतल घोष को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार (arrest) किया गया था। सूत्रों ने कहा कि प्रोडक्शन हाउस (Production House), जिसे नोवकाथा इनिशिएटिव नाम दिया गया है और घोष के स्वामित्व में है, ने हाल ही में संगीत वीडियो और वेब-श्रृंखला का निर्माण शुरू किया था। उनके कब्जे से जब्त किए गए विभिन्न दस्तावेजों की क्रॉस चेकिंग से ईडी के लोगों को सुराग मिले हैं कि घोटाले की आय का एक हिस्सा उत्पादन प्रक्रिया में निवेश किया गया था और इस गिनती पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए घोष से पूछताछ कर रहे हैं।
पूछताछ के दौरान ईडी के जासूसों को 35 व्यक्तियों के नाम मिले हैं, जिन्होंने गिरफ्तार युवा नेता को पैसे देकर सरकारी स्कूलों में शिक्षक के रूप में नौकरी हासिल की और ये सभी वर्तमान में विभिन्न स्कूलों में कार्यरत हैं। ईडी के अधिकारियों ने जांच को आगे बढ़ाने के लिए उनमें से हर एक से संपर्क करने का फैसला किया है।
घोष ने पहले ही ईडी अधिकारियों को सूचित कर दिया है कि पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी, जो वर्तमान में घोटाले के संबंध में न्यायिक हिरासत में हैं, विभिन्न उम्मीदवारों से एकत्र धन के मुख्य प्राप्तकर्ता थे।
घोष के कबूलनामे के अनुसार, उन्होंने लगभग 19 करोड़ रुपये एकत्र किए, जिसमें से उन्होंने लगभग 15 करोड़ रुपये पूर्व मंत्री को दिए। उन्होंने चटर्जी को राशि सौंपने के गवाह के रूप में गोपाल दलपति का नाम भी लिया था। उन्होंने यह भी कहा कि दलपति ने घोटाले की कार्यवाही को विभिन्न चैनलों तक पहुंचाने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम किया।